कोरोना संकट में दुनिया भर की
अर्थव्यवस्था और बाजारों पर असर किया है। बहुत से लोगों को नकदी की समस्या से
गुजरना पड़ रहा है। ऐसे में लोग निवेश का विकल्प तलाश रहे है, जिसमें रिटर्न भी बढ़िया मिले तो यह खबर
जरुर पढ़ें। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश कर हर महीने कमाई का बढ़िया जरिया
हो सकता है। एक तरफ कोरोना के इस संकट में नौकरियों पर भी संकट मंडरा रहा है, कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं।
एसी हालात में नौकरी के अलावा भी कोई आमदनी
का ऑप्शन देख रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस की स्कीम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इस
मुश्किल घड़ी में पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (एमआईसी) में पैसा लगाना आपके लिए
सही फैसला होगा। इतना ही नहीं आप हस्बैंड वाइफ/ दो लोग हैं तो यह स्कीम आपको डबल
फायदा दे सकती है। बता दें पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में आपको हर महीने कमाई
का मौका मिलता है। इसके अलावा आपको इसमें ज्वाइंट अकाउंट खुलवाने की भी सुविधा
मिलती है। तो चलिए जानते हैं कि आपको इसमें डबल फायदा कैसे मिल सकता है।
क्या है
एमआईएस स्कीम
एमआईएस, मंथली
इनकम स्कीम में खोले गए अकाउंट को सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से ही खोला जा सकता
है। व्यक्तिगत खाता खोलते समय आप इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपए और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं। लेकिन, ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए तक जमा किया जा सकता है। बता दें
कि यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो काफी फायदेमंद है।
एमआईएस में अच्छी बात ये है कि दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है। ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं। सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं। अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है।
-इस अकाउंट को आप एक से दूसरे पोस्ट ऑफिस में शिफ्ट करवा सकते हैं। -मैच्योयरिटी के 5 साल पूरे हो जाने के बाद आप रकम को दोबारा निवेश कर सकते हैं। -इसमें नॉमिनी नियुक्त किया जा सकता है, ताकि अनहोनी पर नॉमिनी को राशि मिल सके। -एमआईएस योजना में टीडीएस नहीं कटता, लेकिन ब्याज पर टैक्स देना होता है।
आप भी जान लें कैसे काम करती है योजना आपको बता दें इस स्कीम में आपको मौजूदा समय में 7.6 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिल रहा है। स्कीम के तहत आपकी कुल जमा पर सालाना ब्याज के हिसाब से रिटर्न की कैलकुलेशन की जाती है। इसमें आपका कुल रिटर्न सालाना आधार पर होता है। इसलिए इसे हर महीने के हिसाब से 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है। यह एक हिस्सा आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं। अगर आपको मंथली बेसिस पर इसकी जरूरत नहीं है तो मूलधन में यह रकम भी जोड़कर उसपर ब्याज मिलता है। उदाहरण के लिए मान लिया की किसी पति-पत्नी ने इस स्कीम के तहत ज्वॉइंट अकाउंट में 9 लाख रुपए निवेश किया है। वहीं 9 लाख की जमा पर 7.6 फीसदी ब्याज दर से सालाना रिटर्न 68400 रुपए होगा। इसे अगर 12 हिस्सें में बांट दिया जाए तो यह मंथली 5700 रुपए होगा। यानी मंथनी 5700 रुपए आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं। वहीं आपका मूलधन पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा। वहीं आप चाहें तो स्कीम को 5 साल बाद और 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। http://www.e-smartinvest.com/
Source https://hindi.goodreturns.in/
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